कितने पल की जिंदगी है इस वक़्त को तो खुल के जीने दो। कल का क्या पता हम रहें न रहें आज कितने पल की जिंदगी है इस वक़्त को तो खुल के जीने दो। कल का क्या पता हम रहें...
तुम ये भूल गयी थी कि तुम्हारे चक्र में मैं भी तो बंधा था ! तुम ये भूल गयी थी कि तुम्हारे चक्र में मैं भी तो बंधा था !
दुआ तो आज भी करते हैं कि ख्वाहिशें पूरी हो सब की, पर डर है कि खुदगर्ज़ी की आग में ना दुआ तो आज भी करते हैं कि ख्वाहिशें पूरी हो सब की, पर डर है कि खुदगर्ज़ी की...
पेंशन पीट गई राजनीति के भेंट चढ़ गई। राजनीतिज्ञों कि पेेंशन अनगिनत बार शुरू हो गई। पेंशन पीट गई राजनीति के भेंट चढ़ गई। राजनीतिज्ञों कि पेेंशन अनगिनत बार शुरू हो...
समय के चलते चलतेहालात बदलते बदलतेये कहाँ आ गये हम समय के चलते चलतेहालात बदलते बदलतेये कहाँ आ गये हम
और हम उनकी यादों में खोये रहते हैं... और हम उनकी यादों में खोये रहते हैं...